एक बार थाम लिया आका का दामन सब नज़ारा देख लिया यहाँ अब तो जीना मरना यहीं बस कर दो करम आका किसी से मेरा दिल न दुखे हर एक कि पूरी हो तमन्ना....
शीरीं मंसूरी "तस्कीन"
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