फ़लसफ़ा अपने प्यार का इस जमीं पे क्या फ़लक पे भी लिखेंगे गर दे दो साथ तुम मेरा तो इस सारे जहाँ पे लिख दूँ....
शीरीं मंसूरी "तस्कीन"
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