जानती थी हमेशा की तरह उनका जवाब "न" में ही आयेगा फिर क्यों "तस्कीन" हाँ की उम्मीद में पागल रहती है उसके लिए......
दुनियाँ बदली पर तुम वही के वही रहे....😢😢😢😢
शीरीं मंसूरी "तस्कीन"
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