Wednesday, 7 June 2017

ऐ मेरे दोस्त

न भूली हूँ न भूलूँगी ऐ मेरे दोस्त
आज भी तुम मेरी सांसों में जिंदा हो

शीरीं मंसूरी 'तस्कीन'

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