तस्कीन
Wednesday, 10 January 2018
हज़ार मर्तबा लेने के लिए तैयार हूँ
ढेर सारे आँसूओं के साथ जब तुम
मेरे चेहरे पर खिलखिलाती हुई मुस्कान
दे जाते हो कसम खुद की मैं तुम्हारे दिए
हुए उन हज़ार आँसूओं को
हज़ार मर्तबा लेने के लिए तैयार हूँ
शीरीं मंसूरी "तस्कीन"
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