मेरा तुम्हारा साथ एक पतंग और हवा
के जैसा है
जब एक पतंग और हवा एक-दूसरे का साथ पाकर
नीले आकाश में जब दूर तलक निकल जाते हैं
जहाँ उन्हें दूर तलक कोई छू नहीं सकता
उसी तरह मेरा-तुम्हारा साथ पतंग और हवा जैसा है
जब तुम मेरे साथ-साथ चलते हो तो
मैं हर मुश्किल को पार कर लेती हूँ
और ज्यों हवा पतंग का साथ छोड़ देती है
तो पतंग अकेली लड़ते-लड़ते कट जाती है
उसी तरह जब तुम मेरा हाथ छोड़ते हो
तो मैं अपनी मंजिल से बहुत दूर चली जाती हूँ
जब एक पतंग और हवा एक-दूसरे का साथ पाकर
नीले आकाश में जब दूर तलक निकल जाते हैं
जहाँ उन्हें दूर तलक कोई छू नहीं सकता
उसी तरह मेरा-तुम्हारा साथ पतंग और हवा जैसा है
जब तुम मेरे साथ-साथ चलते हो तो
मैं हर मुश्किल को पार कर लेती हूँ
और ज्यों हवा पतंग का साथ छोड़ देती है
तो पतंग अकेली लड़ते-लड़ते कट जाती है
उसी तरह जब तुम मेरा हाथ छोड़ते हो
तो मैं अपनी मंजिल से बहुत दूर चली जाती हूँ
शीरीं "तस्कीन"
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