तस्कीन
Monday, 27 November 2017
रमज़ान का पाक़ महीना
रमज़ान का पाक़ महीना लूट लो सवाब जितना लूटना है पता नहीं ऐसा पाक महीना फिर मिले न मिले
शीरीं मंसूरी “तस्कीन”
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