Friday, 24 November 2017

गम तो दिए तुमने मुझे इतने

गम तो दिए तुमने मुझे इतने
कि मैं बयाँ नहीं कर सकती
पर तुहारी एक मुस्कराहट पे
तुम्हारे उन हज़ार दिए हुए ग़मों को
भुलाया है हमने कई दफा

- शीरीं मंसूरी " तस्कीन "

1 comment:

  1. वाह ! इतना विशाल ह्रदय ही संसार में सकारात्मकता का संदेश सम्प्रेषित कर सकता है। सुन्दर भाव। बड़ा सन्देश। न्यूनतम शब्द। बधाई एवं शुभकामनाऐं।

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