तस्कीन
Friday, 29 December 2017
आज वारिश आयी थी मेरे घर
आज वारिश आयी थी मेरे घर
वारिश भी आयी तुम्हारी कुछ यादें भी
अपने साथ-साथ लायी थी सनम
याद है तुम्हें जब हम उस दिन पहली बार
उस वारिश में साथ-साथ भीगे थे
शीरीं मंसूरी "तस्कीन"
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